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स्वच्छता पखवाड़ा

स्वच्छता पखवाड़ा

  • 15-02-2022
स्वच्छता पखवाड़ा 1 से 15 फरवरी, 2022 तक मनाया जाएगा 

स्वच्छता शपथ :  01/02/2022

स्वच्छता पखवाड़ा

स्वच्छता पखवाड़ा

  • Start Date 01-02-2022
  • End Date 15-02-2022
  • Type Workshop
  • Display Regular
  • Venue एसटीपीआई मुख्यालय - नई दिल्ली
स्वच्छता पखवाड़ा के लिए कार्य योजना (1-15 फरवरी, 2022)

स्वच्छता शपथ :  01/02/2022

अधिक जानकारी के लिए संलग्न दस्तावेज देखें ।

महामारी के बावजूद एसटीपीआई इकाइयों का निर्यात पांच लाख करोड़ रुपये से अधिक रहने की उम्मीद

Date: January 09, 2022

महामारी के बावजूद एसटीपीआई इकाइयों का निर्यात पांच लाख करोड़ रुपये से अधिक रहने की उम्मीद

महामारी के बावजूद एसटीपीआई इकाइयों का निर्यात पांच लाख करोड़ रुपये से अधिक रहने की उम्मीद

कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के मामले तेजी से बढ़ने के बावजूद एसटीपीआई के तहत पंजीकृत इकाइयों का प्रदर्शन बाधित नहीं होने की उम्मीद है। सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) के महानिदेशक अरविंद कुमार ने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान एसटीपीआई स्थित इकाइयों से सॉफ्टवेयर का निर्यात पांच लाख करोड़ रुपये से अधिक होने की उम्मीद है, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग बराबर या थोड़ा अधिक है। कोविड महामारी की पिछली लहर के दौरान सक्रिय सुरक्षा प्रोटोकॉल के चलते एक प्रभावी रिमोट वर्किंग मॉडल को अपनाया गया है, और काम

कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के मामले तेजी से बढ़ने के बावजूद एसटीपीआई के तहत पंजीकृत इकाइयों का प्रदर्शन बाधित नहीं होने की उम्मीद है।
सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) के महानिदेशक अरविंद कुमार ने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान एसटीपीआई स्थित इकाइयों से सॉफ्टवेयर का निर्यात पांच लाख करोड़ रुपये से अधिक होने की उम्मीद है, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग बराबर या थोड़ा अधिक है। कोविड महामारी की पिछली लहर के दौरान सक्रिय सुरक्षा प्रोटोकॉल के चलते एक प्रभावी रिमोट वर्किंग मॉडल को अपनाया गया है, और काम की डिजिटल प्रकृति के चलते एसटीपीआई इकाइयां बिना किसी व्यवधान के लगातार काम कर सकीं हैं।

कुमार ने कहा कि एसटीपीआई योजना के तहत पंजीकृत इकाइयों से सॉफ्टवेयर निर्यात वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान पांच लाख करोड़ रुपये से थोड़ा अधिक होने की उम्मीद है, जो वित्त वर्ष 2020-21 में लगभग 4.96 लाख करोड़ रुपये था।

उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘रिमोट वर्किंग मॉडल अब परिपक्व हो गया है, इसलिए हम वित्त वर्ष 2020-2021 में हासिल किए गए स्तर से घटेंगे नहीं। घर से काम करने के लिए सभी जरूरी प्रावधान पहले से ही मौजूद हैं, और ऑनलाइन अनुमोदन प्रक्रिया जारी है।’’

उन्होंने कहा कि इसलिए देश में ओमीक्रोन संक्रमण के बढ़ते मामलों से इन सॉफ्टवेयर इकाइयों का प्रदर्शन बाधित होने की आशंका नहीं है।

एसपीटीआई योजना के तहत 4,689 इकाइयां पंजीकृत हैं।

सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया या एसटीपीआई भारत से सॉफ्टवेयर निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के तहत स्थापित एक स्वायत्त निकाय है।

 

ओपन चैलेंज प्रोग्राम (ओसीपी) 2.0 का शुभारंभ: एआईसी एसटीपीआई बेंगलुरु

ओपन चैलेंज प्रोग्राम (ओसीपी) 2.0 का शुभारंभ: एआईसी एसटीपीआई बेंगलुरु

  • Date 31-12-2021
  • Category AIC STPINEXT
ओपन चैलेंज प्रोग्राम (ओसीपी) 2.0 का शुभारंभ: एआईसी एसटीपीआई बेंगलुरु

STPI in collaboration with Atal Innovation Mission (AIM), NITI Aayog have started Atal Incubation Centre in Bengaluru for innovative start-ups working in specific domains. AIC STPI Bengaluru is Centre of Entrepreneurship (Incubator) that work to support, promote and grow culture of innovation leading to start-ups & successful entrepreneurs. AIC STPI Bengaluru focus areas are Healthcare, ICT, IoT , E-Commerce etc.

Focus Areas : 

Healthcare
• ICT
• IoT
• E-Commerce

Duration : 30th December 2021 to 28th January 2022

 मेरठ में देश के 62 वें और प्रदेश के 5 वें आईटी पार्क का उद्धाटन 

Date: December 28, 2021

 मेरठ में देश के 62 वें और प्रदेश के 5 वें आईटी पार्क का उद्धाटन 

आज मेरठ में देश के 62वें व प्रदेश के 05वें आईटी पार्क का उद्धाटन केन्द्रीय राज्यमंत्री सूचना एवं प्रौद्योगिकी ने बटन दबाकर किया।

8000 करोड़ मूल्य वाली स्टार्टअप कंपनियां अब मेरठ-लखनऊ जैसे शहरों से निकलेंगी : राजीव चंद्रशेखर

एसटीपीआई- इन्क्यूबेशन केंद्र के उद्घाटन मौके पर केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्र शेखर ने कहा कि दुनिया में सबसे ज्यादा स्टार्टअप भारत से आ रहे हैं। अब समय दो और तीन टियर वाले शहरों का आ गया है। मेरठ और लखनऊ जैसे शहरों से यूनिकोर्न निकलेंगे।'

राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि उन्नत भारत कर रास्ता उप्र से होकर जायेगा। उन्होंने कहा कि न्यूयार्क,लंदन में बैठे इन्वेस्टर अपनी फैक्ट्री व तकनीक के लिए उप्र में आएंगे।

सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआई )- इन्क्यूबेशन केंद्र के उद्घाटन मौके पर केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्र शेखर ने कहा कि दुनिया में सबसे ज्यादा स्टार्टअप भारत से आ रहे हैं। अब समय दो और तीन टियर वाले शहरों का आ गया है। मेरठ और लखनऊ जैसे शहरों से यूनिकोर्न निकलेंगे। यानी 8000 करोड़ मूल्य वाली स्टार्टअप कंपनी। उन्होंने कहा कि यहां बने सॉफ्टवेयर और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण निर्यात होंगे। अगले पांच साल में डिजिटल हब बनेगा। ग्लोबल इन्वेस्टर्स के लिए यह लाभ का स्थान बनेगा। लंदन, न्यूयार्क के उद्यमी अब यहां निवेश करेंगे। अब बेंगलुरु, गुरुग्राम, हैदराबाद जैसे शहर ही नहीं अब छोटे शहर आइटी क्षेत्र में पहचान बनाएंगे। इंडिया की शुरुआत के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कैसे इससे युवाओं को अवसर दें। यह उसी का परिणाम है कि आठ लाख नए रोजगार सृजित हुए हैं। डिजिटल इंडिया का यह डिजिटल उप्र है। कई शहरों में इंटरनेट एक्सचेंज खोले जा रहे हैं इससे इंटरनेट स्पीड बढ़ेगी |

एसटीपीआई के महानिदेशक अरविंद कुमार ने बताया कि यह एसटीपीआई का पूरे देश का 62वां केंद्र है। उप्र में नोएडा, लखनऊ, प्रयागराज और कानपुर में यह केंद्र है। यहां अपना सेटअप खोलें। उच्च गति वाला डाटा केंद्र यहां है। निवेश के कंपनियों से मिलाया जाएगा। बाजार तक पहुंचाया जाएगा। सांसद राजेंद्र अग्रवाल, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संयुक्त सचिव भुवनेश कुमार, विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल, सोमेंद्र तोमर, अश्विनी त्यागी ने संबोधित किया।

लोगों की भलाई के लिए टेक्नोलॉजी का प्रयोग करने में भारत आगे

राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने डिजिटल इंडिया की शुरुआत के मौके पर कहा था कि हम टेक्नोलॉजी के माध्यम से कैसे लोगों का भला करें। देश को दुनिया मे टेक्नोलॉजी में कैसे आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता ही है कि आज लोगों की भलाई के लिए टेक्नोलॉजी का प्रयोग करने में भारत दुनिया में सबसे आगेहै। 2014 के बाद जनधन खाते और आधार के तहत पूरे के पूरे पैसे लाभार्थी तक पहुंचते हैं। कोविड के दौरान अगर डिजिटल इंडिया न होता तो राशन शायद लाभार्थी तक न पहुंचा पाते। वैक्सीन देने में टेक्नोलॉजी का योगदान रहा |

उप्र में माहौल बदला है विदेश की कंपनियों की पसंद अब है उप्र

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि तीन हफ्ते पहले कुछ देश से कंपनियों के प्रतिनिधि ऑफिस आए थे। ये आठ कंपनियां थीं। उनसे पूछा कहां सेटअप करना चाहते हो। तब उनका उत्तर मिला उप्र। यह सब पहले मुमकिन नहीं था। अब योगी सरकार ने सुरक्षा का माहौल दिया है। सुरक्षा से सकारात्मक माहौल बना है। इसी वजह से निवेश आ रहा है। आने वाले दिनों में दुनिया कहेगी उप्र जाएंगे। वहां निवेश करेंगे।

महानिदेशक को निर्देश, सेमीकंडक्टर बनाने की सुविधा भी प्रदान करें

केंद्रीय मंत्री ने एसटीपीआई के महानिदेशक अरविंद कुमार को निर्देश दिया कि यहां पर सुविधा दें कि कंपनियां यहां आकर सेमीकंडक्टर भी बनाने का कार्य कर सकें। इस मौके पर उन्होंने नोएडा में सेमीकंडक्टर बनाने वाली कंपनी एनएक्सपी को यहां भी सेटअप खोलने के लिए आमंत्रित किया।

 

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मेरठ में यूपी के 5वें सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क का उद्घाटन किया

Date: December 28, 2021

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मेरठ में यूपी के 5वें सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क का उद्घाटन किया

केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मेरठ में यूपी के 5वें सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क का उद्घाटन करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर भारत का रास्ता यूपी से होकर गुजरता है। “राज्य एक प्रौद्योगिकी और निवेश केंद्र के रूप में विकसित हो रहा है। प्रौद्योगिकी लोगों के जीवन को बदल रही है और युवा बेहतर जीवन के लिए प्रौद्योगिकी को अपनाने के इच्छुक हैं जिससे डिजिटल उत्तर प्रदेश के लिए एक संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र तैयार हो रहा है”।

एसटीपीआई-मेरठ, केंद्र एफडीआई को आकर्षित करते हुए और डिजिटल उत्तर प्रदेश के दृष्टिकोण को साकार करते हुए सॉफ्टवेयर निर्यात को बढ़ावा देने और रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए क्षेत्र के तकनीकी स्टार्ट-अप और एमएसएमई को सशक्त बनाने में एक उत्प्रेरक की भूमिका निभाएगा।

एसटीपीआई-नोएडा के अधिकार क्षेत्र के तहत मेरठ केंद्र, टियर-2/3 शहरों में एसटीपीआई का 54वां केंद्र है। एसटीपीआई-मेरठ उत्तर प्रदेश के आईटी फुटप्रिंट का विस्तार करने और टियर-2/3 शहरों के उभर रहे तकनीकी उद्यमियों और इन्नोवेटर्स को उनके अद्वितीय विचारों को नवीन उत्पादों में बदलने के लिए सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। वित्त वर्ष 2020-21 में, एसटीपीआई-पंजीकृत इकाइयों ने आईटी / आईटीईएस निर्यात में 4,96,313 करोड़ रुपये का योगदान दिया जिसमें उत्तर प्रदेश ने 22,671 करोड़ रुपये का योगदान दिया ।

25,074 वर्ग फुट के कुल निर्मित क्षेत्र के साथ, एसटीपीआई-मेरठ में अत्याधुनिक इनक्यूबेशन सुविधा द्वारा उच्च गति डेटा संचार सुविधाओं की वारंटी देते हुए 133 सीटों के साथ 3,704 वर्ग फुट का प्लग-एन-प्ले स्पेस और 2,021 वर्ग फुट का नवीन इनक्यूबेशन स्पेस प्रदान करती है। यह सुविधा युवा तकनीकी-उद्यमियों और स्टार्टअप्स के बीच एक निर्माता संस्कृति बनाने के लिए एक जीवंत पारिस्थितिकी तंत्र प्रस्तुत करेगी, साथ ही उन्हें भारत और विश्व की चुनौतियों का सामना करने के लिए नवीन सॉफ्टवेयर उत्पादों को विकसित करने हेतु सशक्त बनाएगी। यह क्षेत्र से आईटी निर्यात को बढ़ावा देने और क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद करेगा।

माननीय कौशल विकास और उद्यमशीलता तथा इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री ने मेरठ में किया एसटीपीआई के 62वें केंद्र का उद्घाटन

Date: December 28, 2021

माननीय कौशल विकास और उद्यमशीलता तथा इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री ने मेरठ में किया एसटीपीआई के 62वें केंद्र का उद्घाटन

माननीय कौशल विकास और उद्यमशीलता तथा इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री ने मेरठ में किया एसटीपीआई के 62वें केंद्र का उद्घाटन

(मेरठ में उत्तर प्रदेश का 5वां एसटीपीआई केंद्र वैश्विक निवेशको आकर्षित कर युवाओं के लिए रोजगार और उद्यमिता के अवसर पैदा करेगा)

मेरठ, 28 दिसंबर, 2021:माननीय केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमशीलता तथा इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर ने 28 दिसंबर 2021को किया एसटीपीआई के 62वें केंद्र का उद्घाटन। श्रीराजेंद्रअग्रवाल, माननीय संसद सदस्य(लोकसभा); श्री सोमेंद्र तोमर, माननीय विधायक; श्री सत्यप्रकाश अग्रवाल, माननीय विधायक;  श्री अरविंद कुमार, महानिदेशक, एसटीपीआई और श्री भुवनेश कुमार, संयुक्त सचिव, एमईआईटीवाई भी उपस्थित थे मेरठ स्थित वेदव्यास पुरी योजना, एनएच-58 बाईपास के पास आईटीपी-03 मेंआयोजित इस उद्घाटन कार्यक्रम में उनके साथ उपस्थित थे ।

एसटीपीआई-मेरठ का उद्घाटन,क्षेत्र के MSMEs, स्टार्टअप को सॉफ्टवेयर निर्यात में गतिप्रदान करने एवं रोजगार के अवसर बढ़ाने में मदद करेगा और साथ ही साथ विदेशी निवेश और डिजिटल उत्तर प्रदेश के विज़न को भी पूर्ण करेगा।

एसटीपीआई-नोएडाकेअधिकारक्षेत्रकेतहतमेरठकेंद्रटीयर-2/3 शहरों में एसटीपीआई का 54 वां केंद्र है।एसटीपीआई-मेरठ उत्तर प्रदेश के आईटी पदचिह्न के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और टीयर-2/3 शहरों के नवोदित तकनीकी उद्यमियों और नवप्रवर्तकों को उनके अनूठे विचारों को नवीन उत्पादों में बदलने के लिए सशक्त बनाएगा। वित्त वर्ष 2020-21 में, एसटीपीआई की रजिस्टर्ड यूनिट्स ने आईटी/आईटीईएस निर्यात में 4,96,313 करोड़ रुपये का योगदान दियाथा जिसमें, उत्तर प्रदेश ने 22,671 करोड़ रुपयों का योगदान दिया था।

25,074 वर्ग फुट के कुल निर्मित क्षेत्र के साथ, एसटीपीआई-मेरठ में अत्याधुनिक इन्क्यूबेशन सुविधाएँ मौजूद हैं। 3,704 वर्ग फुट में 133 सीटों के साथ प्लग-एन-प्लेस्पेस तथा 2,021 वर्गफुट में रॉ इन्क्यूबेशन का स्थान है जो कि हाईस्पीड डेटा संचार सुविधाओं से लैस है। निर्माता संस्कृति को बढ़ावा देते हुए यह सुविधा युवा तकनीकी-उद्यमियों और स्टार्ट-अप के बीच नए सॉफ्टवेयर उत्पादोंको विकसित करने एवं भारत और वैश्विक स्तर पर आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाएगी।यह पहल, क्षेत्र से आईटी निर्यात को बढ़ावा देने और क्षेत्र में युवाओं के लिए प्रत्यक्ष औरअप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद भी करेगा।

" बुंदेलखंड, उत्तर प्रदेश के एक किसान की बेटी नंदिनी कुशवाहा, 9वीं कक्षा की छात्रा ने राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में एआई सॉल्यूशन बनाकर विजेता बनना इस बात का एक शानदार उदाहरण है कि कैसे डिजिटल इंडिया ने टियर -2 /3 शहरों के  छात्रों को नवोन्मेषी और उद्यमी बनाने में सशक्त भूमिका निभाई है। बनेंगे। मैंने व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप किया है और प्रौद्योगिकी में उनकी उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति की व्यवस्था की है और अंततः एक वैज्ञानिक बनने की उनकी इच्छा को पूरा करने का बीड़ा उठाया है,” श्री राजीव चंद्रशेखर, माननीय केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री ने मुख्य अतिथि के रूप में सभा को संबोधित करते हुए कहा।

“पिछले पांच वर्षों में यूपी में कई बड़े परिवर्तन हुए हैं। प्रौद्योगिकी में निवेश करने वाली तमाम कंपनियों ने यूपी में निवेश करने की इच्छा जताई है और यह एक महत्वपूर्ण बदलाव है।डिजिटल इंडिया ने छात्रों को सशक्त उद्यमी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।डिजिटल इंडिया का मार्ग डिजिटल उत्तर प्रदेश से हो कर जायेगा,” श्री चंद्रशेखर ने कहा। 

उन्होंने जोर दिया कि “एसटीपीआई-मेरठ निवेशकों को आकर्षित करके और राज्य को प्रौद्योगिकी उद्यमिता में एक नेता के रूप में बदल कर यूपी को अगले पांच वर्षों में एक डिजिटल हब बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा”.
“मेरठ के बीच की दूरी को कम कर दिया है; इसके अलावा, एसटीपीआई-मेरठ केंद्र की स्थापना से अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा उपलब्ध होगा और उद्यमियों को इस शहर में निवेश शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा जबकि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अपार अवसर पैदा होंगे,” श्री राजेंद्र अग्रवाल, माननीय संसद सदस्य (लोकसभा) ने इस अवसर पर कहा ।
एसटीपीआई ने देश के टियर-II/टियर-III शहरों को बढ़ावा देने में भी अभूतपूर्व भूमिका निभाई है।62 एसटीपीआई केंद्रों में से 54 केंद्र देश भर में आईटी/आईटीईएस निर्यात के एक समान और समग्र विकास के उद्देश्य से टियर- II औरटियर- III स्थानों पर हैं। एसटीपीआई नेक्स्ट जनरेशन इनक्यूबेशन स्कीम (NGIS) को लागू करके और सेंटर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप (CoEs) स्थापित कर के अखिल भारत में तकनीकी स्टार्ट-अप और उभरती प्रौद्योगिकियों के पोषण का काम कर रहा है । 

श्री अरविंद कुमार, महानिदेशक, एसटीपीआई ने कहा, “एक रिपोर्ट के मुताबिक बड़ी कंपनियां कॉस्टइफेक्टिव उत्पादन के लिए अपने संचालनको टियर -1 शहरों से टियर -2/3 शहरों में स्थानांतरित करना चाहती हैं। एसटीपीआई ने इन शहरों में आईटी उद्योग फैलाना शुरू कर दिया है और सीड फंडिंग प्रदान कर के उभरती प्रौद्योगिकियों में नवीन उत्पादों को विकसित करने के लिए टीयर -2/3 शहरों में तकनीकी उद्यमियों और स्टार्ट-अप को ट्रैनिंग देने के लिए NGIS कार्यक्रम भी लागू किया है। ”

“एसटीपीआई-मेरठ केंद्र की स्थापना उद्योग, स्टार्टअप और उद्यमियों को सशक्त बनाने और इस सुविधा का लाभ उठाने में एक उल्लेखनीय मील का पत्थर है जो शहर के विकास में योगदान करेगी,” श्री भुवनेश कुमार, संयुक्त सचिव, एमईआईटीवाई ने रेखांकित करते हुए कहा।

एसटीपीआई केंद्र और इन्क्यूबेशन सुविधा के लाभ-

•    क्षेत्र को महत्वपूर्ण आईटी स्थानों में से एक के रूप में बढ़ावा देना एवं राज्य में आईटी/आईटीईएस/ईएसडीएम यूनिट्स को आकर्षित करना।
•    इस क्षेत्र से आईटी सॉफ्टवेयर और सेवाओं के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए इस प्रकार सकल राष्ट्रीय निर्यात में योगदान करना।
•    सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (एसटीपी) और इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (ईएचटीपी) योजना के तहत वैधानिक सेवाएं प्रदानकरना।
•    अत्याधुनिक इन्क्यूबेशन सुविधा, उच्चगति डेटा संचार (एचएसडीसी) औरअन्य मूल्य वर्धित सेवाएं प्रदान करना।
•    नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए, आईपीआर और उत्पाद विकास का निर्माण
•    स्टार्ट-अप को मार्गदर्शन और प्रचार-प्रसार में सहायता प्रदान करना
 

अब होगी नौकरियों की बरसात, मेरठ में आइटी पार्क का उद्घाटन आज

Date: December 28, 2021

अब होगी नौकरियों की बरसात, मेरठ में आइटी पार्क का उद्घाटन आज

मेरठ में आइटी पार्क के उद्घाटन के दौरान एक कंपनी को केंद्रीय मंत्री आवंटन पत्र देंगे। उसके बाद कंपनी यहां पर कार्य शुरू कर सकेगी। इसी के साथ ही कई कंपनियां यहां पर अपने बारे में बताएंगी। उद्घाटन के बाद कंपनियों के आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।

देहरादून बाईपास पर वेदव्यासपुरी स्थित एसटीपीआइ- इंक्यूबेशन केंद्र (आइटी पार्क) का आज उद्घाटन होगा। जो कंपनियां यहां आने वाली हैं उनमें से कुछ कंपनियों के साथ केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर जनता के समक्ष वार्ता करेंगे। यह साफ्टवेयर टेक्नोलाजी पार्क आफ इंडिया (एसटीपीआइ) का 62वां केंद्र है।

केंद्रीय राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर करेंगे उद्घाटन

आइटी पार्क का उद्घाटन कौशल विकास, उद्यमशीलता, इलेक्ट्रानिकी और सूचना प्रौद्योगिकी केंद्रीय राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर करेंगे। सुबह 11 बजे उद्घाटन होगा। इस दौरान इलेक्ट्रानिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संयुक्त सचिव भुवनेश कुमार, एसटीपीआइ के महानिदेशक अरविंद कुमार उपस्थित रहेंगे। वहीं स्थानीय जनप्रतिनिधियों में सांसद राजेंद्र अग्रवाल, राज्यसभा सदस्य विजय पाल तोमर, विधायक सोमेंद्र तोमर उपस्थिति रहेंगे। सोमवार को सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने आयोजन की तैयारियों का निरीक्षण किया।

कंपनी को मिलेगा आवंटन पत्र, जून तक भर जाएगी जगह

उद्घाटन के दौरान ही एक कंपनी को आवंटन पत्र केंद्रीय मंत्री देंगे। उसके बाद कंपनी यहां पर कार्य शुरू कर सकेगी। इसी के साथ ही कई कंपनियां यहां पर अपने बारे में बताएंगी। गौरतलब है कि उद्घाटन के बाद अब कंपनियों के आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। जैसे-जैसे कंपनियां अपनी प्रक्रिया पूरी करती जाएंगी वैसे वैसे आवंटन होता जाएगा। एसटीपीआइ के अधिकारियों के अनुसार जिस तरह से कंपनियां संपर्क कर रही हैं। मेरठ से नोएडा व दिल्ली के बीच कनेक्टिविटी बनी है उससे पूरी संभावना है कि जून तक यहां पर पूरी जगह भर जाएगी।

आइटी पार्क एक नजर में

  • -13 करोड़ 78 लाख में बना है भवन।
  • -2.49 एकड़ जमीन एमडीए ने निश्शुल्क उपलब्ध कराई थी।
  • -14 अगस्त 2017 को इसका कार्य शुरू हुआ था।
  • -12 माह में इसे पूरा किया जाना था, लेकिन बाद में मुआवजा प्रकरण की वजह से काम रुक गया। डिजाइन में संशोधन, प्रदूषण व लाकडाउन की वजह से इसकी तिथि कई बार बढ़ाई गई।

 

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