अनंता


अनंत क्लाउड को भारतीय उद्यमों और नागरिकों दोनों को सशक्त बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे एक ऐसा माहौल तैयार होता है जहाँ नवाचार फल-फूल सके और तकनीकी प्रगति का लोकतंत्रीकरण हो। क्लाउड सेवाओं के अपने व्यापक समूह, मज़बूत सुरक्षा उपायों और डेटा संप्रभुता के प्रति प्रतिबद्धता के साथ, अत्याधुनिक क्लाउड सेवाओं तक पहुँच

श्री जितिन प्रसाद

श्री जितिन प्रसाद

श्री जितिन प्रसाद केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग तथा इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री हैं। वे 2004 से लोकसभा के सदस्य हैं। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय प्रबंधन संस्थान, नई दिल्ली से एमबीए की डिग्री प्राप्त की है और श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र हैं।

एसटीपीआई स्थापना दिवस: पंजीकृत इकाइयों का निर्यात 10 लाख करोड़ रुपये को पार किया

Date: June 05, 2025

एसटीपीआई स्थापना दिवस: पंजीकृत इकाइयों का निर्यात 10 लाख करोड़ रुपये को पार किया

नयी दिल्ली, 05 जून (वार्ता) सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) अपनी 34 वर्ष की सेवा में देश भर में 67 केंद्रों का संचालन कर रहा है और इसमें पंजीकृत इकाइयों का वार्षिक निर्यात 10 लाख करोड़ रुपये के ऊपर पहुंच गया हैै।

एसटीपीआई के जिनमें से 59 टियर-2 और टियर-3 शहरों में स्थित हैं।

एसटीपीआई के 34वें स्थापना दिवस पर महानिदेशक अरविंद कुमार ने गुरुवार को कहा कि 1991 में सॉफ्टवेयर निर्यात 

को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्थापित, एसटीपीआई अब इनोवेशन, स्टार्टअप सशक्तिकरण और डिजिटल समावेशन का एक मजबूत आधार बन गया है। उन्होंने एक बयान में कहा कि पिछले तीन दशकों में, एसटीपीआई ने सॉफ्टवेयर निर्यात में निरंतर वृद्धि और एक सक्रिय तकनीकी स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देकर भारत के सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जो डिजिटल रूप से सशक्त भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है।

श्री कुमार ने कहा,“ श्री कुमार ने कहा, “ आज एसटीपीआई के लिए गर्व का क्षण है। एसटीपीआई ने तीन केंद्रों से अपनी शुरुआत की थी, जब आईटी उद्योग अभी शुरुआती दौर में था। अब एसटीपीआई के देश भर में 67 केंद्र हैं, जिन्होंने आईटी उद्योग को बदलने में अहम भूमिका निभायी है। वर्ष 2024-25 में, एसटीपीआई से पंजीकृत इकाइयों का निर्यात 10 लाख करोड़ से अधिक हो गया है। ” 

उन्होंने कहा कि एसटीपीआई अपने 24 उद्यमिता केंद्रों और अगली पीढ़ी की इन्कुबेशन योजना (एनजीआईएस) के जरिये पूरे भारत में टेक स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा दे रहा है और अब तक 1400 से ज्यादा स्टार्टअप का समर्थन किया है। उन्होंने बताया कि एसटीपीआई के पारिस्थितिकी तंत्र से जुड़े स्टार्टअप ने अब तक निवेशकों से 574 करोड़ रुपये का फंड जुटाये हैं। एसटीपीआई के तहत आने वाले 44 प्रतिशत स्टार्टअप महिलाओं द्वारा संचालित हैं, जिनमें से कई छोटे शहरों और कस्बों से आती हैं। 

सॉफ्टवेयर निर्यात में 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक की सुविधा प्रदान करने के बाद एसटीपीआई इनोवेशन को बढ़ावा देने, रोजगार सृजन और समावेशी डिजिटल विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

एसटीपीआई की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि अपने 17 लाख वर्ग फुट कार्यक्षेत्र, पांच टियर-3 डेटा सेंटर, 24 उद्यमिता केंद्र, आधुनिक प्रयोगशालाओं, स्टार्टअप कम्युनिटी नेटवर्क, एसटीपीआई क्लाउड सेवाओं, एजीआईएस, बीपीओ प्रमोशन स्कीम और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर ईएमसी जैसी योजनाओं के जरिए भारत के तकनीकी उद्योग को सशक्त बना रहा है।

एसटीपीआई सीओई लैब इंफ्रास्ट्रक्चर, मेंटरशिप, आईपी फाइलिंग, गो-टू-मार्केट रणनीति, मार्केट एक्सेस, फंडिंग और बहुत कुछ सहित विभिन्न पहलुओं पर समग्र सहायता प्रदान करते हैं। विज्ञप्ति में कहा गया है कि संगठन ‘अनंत’ नामक हाइपरस्केल क्लाउड प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से सॉवरेन क्लाउड सेवायें प्रदान कर रहा है। 

एसटीपीआई को पांच जून 1991 को सोसायटी पंजीयन अधिनियम के तहत स्थापित किया गया था। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत सेवायें दे रहा यह संगठन सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (एसटीपी) और इलेक्ट्रॉनिक्स हार्डवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (ईएचटीपी) योजनाओं को लागू करता है।

मनोहर.श्रवण 

वार्ता