

आईटी उद्योग के विकास में एसटीपीआई की भूमिका जबरदस्त रही है, खासकर स्टार्ट-अप एसएमई के मामले में। एसटीपी योजना कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के विकास और निर्यात के लिए 100 प्रतिशत निर्यातोन्मुखी योजना है, जिसमें संचार लिंक या भौतिक मीडिया का उपयोग कर पेशेवर सेवाओं का निर्यात शामिल है। यह योजना अपनी प्रकृति में अनूठी है क्योंकि यह एक उत्पाद/क्षेत्र, यानी कंप्यूटर सॉफ्टवेयर पर केंद्रित है। यह योजना 100 प्रतिशत निर्यात उन्मुख इकाइयों (ईओयू) और निर्यात प्रसंस्करण क्षेत्रों (ईपीजेड) की सरकारी अवधारणा और दुनिया में कहीं और संचालित होने वाले विज्ञान पार्कों / प्रौद्योगिकी पार्कों की अवधारणा को एकीकृत करती है। वित्त वर्ष 2020-21 में एसटीपीआई-गुरुग्राम से कुल रु. 25,017.80 करोड़ का आईटी / आईटीईएस निर्यात दर्ज हुआ।
न्यूरॉन
एसटीपीआई-मोहाली में विभिन्न हितधारकों MeitY, एसटीपीआई, पंजाब सरकार, आईएसबी-मोहाली, और पीटीयू द्वारा सहयोगात्मक मॉडल पर न्यूरॉन- एआई/डेटा एनालिटिक्स, आईओटी और एवीजी में उद्यमिता केंद्र (सीओई) स्थापित किया गया है। इस सीओई के अन्य भागीदार हैं IIT रोपड़, SCL, CAN और TiE चंडीगढ़ है। न्यूरॉन सीओई का उद्देश्य उद्यमिता का निर्माण करना है, जो आर्थिक विकास, रोजगार सृजन, धन सृजन और प्रतिस्पर्धा के लिए प्रमुख स्तंभ है। 20.92 करोड़ रु. के बजटीय परिव्यय के साथ यह सीओई पांच साल में 250 स्टार्टअप को बढ़ावा देगा । पिछले दो कोहोर्ट में 13 स्टार्टअप का चयन हुआ है। एआई एंड डीए (डेटा एनालिटिक्स) लैब चालू है, स्टार्टअप का समर्थन करने के लिए न्यूरॉन के साथ 18 सलाहकारों को जोड़ा गया है, स्टार्टअप चयन प्रक्रिया पूरी होने पर 2 ओसीपी और बूटकैंप कार्यक्रम संपन्न हो गया है। वर्तमान में, तीसरा कोहोर्ट होनहार टेक स्टार्टअप्स का चयन करने की प्रक्रिया में है।
ऐपिअरी
जुलाई 2020 में एसटीपीआई-गुरुग्राम में ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर आधारित अपिअरी सीओई की शुरुवात हुई थी। अपिअरी सीओई 10 हितधारकों जैसे: एमईआईटीवाई, एसटीपीआई, सरकार के साथ सहयोगात्मक तरीके से स्थापित किया गया है। जिसमे हरियाणा के 3 अकादमिक भागीदार, 2 उद्योग भागीदार, 1 ज्ञान भागीदार और 1 उद्योग संघ शामिल हैं । 25.27 करोड़ रु. के बजटीय परिव्यय के साथ यह सीओई पांच वर्षों में 100 स्टार्टअप को बढ़ावा देगा और अबतक 10 स्टार्टअप पहले कोहोर्ट में शामिल हुए हैं। अपिअरी के साथ 18 मेंटर और 8 पार्टनर जुड़े हुए हैं। स्टार्टअप्स के लिए बूटकैंप कार्यक्रम प्रगति पर है।
No Result Found...
Date: December 13, 2021
दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के पूर्व वरिष्ठ सलाहकार अरविंद कुमार को सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) का महानिदेशक नियुक्त किया गया है। कुमार एसटीपीआई में शामिल होने से पहले, 2004 से ट्राई से जुड़े थे।
कुमार ने अपनी नियुक्ति के बाद कहा, ‘‘मेरी राय में, एसटीपीआई को प्रौद्योगिकी स्टार्टअप के लिए एक एकल मंच के रूप में काम करना चाहिए। मेरा मानना है कि स्टार्टअप मुख्य रूप से 1,000 अरब डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था के सरकार के सपने को पूरा करने में योगदान दे सकते हैं।"
एसटीपीआई इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीनस्थ एक स्वायत्त निकाय है और देश में प्रौद्योगिकी उद्यमिता एवं नवाचार के निर्माण पर ध्यान देता है।
कुमार ने आईआईटी-वाराणसी से एम.टेक की पढ़ाई की है और साथ ही ट्राई में काम करने से पहले सरकार के स्वामित्व वाले सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमेटिक्स में काम कर चुके हैं।
The bid has to be submitted online on URL https://eprocure.gov.in/eprocure/app along with the standard formats prescribed in the Tender documents.
Date: November 10, 2021
पंजाब सरकार के स्टार्टअप पंजाब हब(न्यूरॉन) की हिमायत प्राप्त रिसर्च और इनोवेशन कंपनी ‘ग्रेनपैड प्राईवेट लिमटिड’ को सोलारस ग्रुप से वित्तीय सहायता प्राप्त हुई है जिससे ग्रेनपैड की वैलूएशन अब 101.74 करोड़ रुपए हो गई है।
डॉ. रोहित शर्मा, सी.ई.ओ.-कम-एम.डी. ग्रेनपैड ने भरपूर सहयोग देने के लिए पंजाब सरकार का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, ‘‘हम 2018 से मोहाली स्थित स्टार्टअप पंजाब हब(न्यूरॉन) का हिस्सा हूँ। स्टार्टअप पंजाब की पूरी टीम के लगातार समर्थन और यत्नों ने हमें यहाँ तक पहुँचने बहुत में मदद की है।’’
उन्होंने कहा कि स्टार्टअप पंजाब की तरफ से हाल ही में मिली मान्यता और सीड ग्रांट ने उनकी कंपनी को स्थापित करने के लिए अपेक्षित प्रोत्साहन दिया है और अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों में भी इसकी प्रामाणिकता बढ़ी है।
मिली जानकारी के अनुसार, स्टार्टअप पंजाब, जो कि इनोवेशन और उद्यमिता को उत्साहित करने वाला पंजाब सरकार का नोडल सैल है, ने हाल ही में ग्रेनपैड को सीड ग्रांट के तौर पर 3 लाख रुपए दिए।
सचिव-कम-डायरैक्टर इंडस्ट्रीज एंड कामर्स श्री सिबिन सी, जोकि स्टेट स्टार्टअप के नोडल अफ़सर भी हैं, ने कहा कि पंजाब में उद्यमिता को उत्साहित करने के लिए, राज्य सरकार औद्योगिक और व्यापार में दर्शाऐ अनुसार सीड फंडिंग (न वापसीयोग कर्ज़े), ब्याज सब्सिडी, लीज़ रैंटल सब्सिडी समेत अलग-अलग वित्तीय प्रोत्साहन की पेशकश करती है। उन्होंने कहा सभी प्रोत्साहन जो लघु, छोटे मध्यम उद्योगों के लिए उपलब्ध हैं वह आईबीडीपी 2017 के अनुसार स्टार्टअप यूनिटों के लिए भी उपलब्ध हैं।
श्री सिबिन सी. ने कहा, ‘‘पंजाब में उद्यमिता की दशकों पुरानी परंपरा है और पंजाबियों ने अलग-अलग क्षेत्रों जैसे खेती और फूड प्रोसेसिंग, टेक्स्टाईल, फार्मास्यूटीकल, आईटी /आईटीईएस, स्टील, निर्माण, मॉबिलटी आदि में मज़बूत कारोबार स्थापित किये हैं।’’
हालिया पहलकदमियों संबंधी बात करते हुये उन्होंने कहा कि स्टार्टअप पंजाब ने तकनीकी शिक्षा विभाग और उच्च शिक्षा विभाग के सहयोग से पंजाब स्टूडैंट ऐंटरप्रन्योरशिप स्कीम शुरू की है और एस.टी.पी.आई. मोहाली में 500 सीट वाला स्टार्टअप पंजाब हब(न्यूरॉन) स्थापित किया है, जो स्टार्टअपस के लिए प्लग -ऐन-प्ले स्पेस और एक अत्याधुनिक /डाटा विश्लेषन लैब से लैस है।
उन्होंने कहा, ‘‘स्टार्टअप पंजाब सैल’’ सुझाव देने, वित्तीय सहायता, इनक्यूबेशन और प्रगति में सहायता प्रदान करके राज्य के स्टार्टअप ईकोसिस्टम को मज़बूत करने के लिए वचनबद्ध है।
ज़िक्रयोग्य है कि ग्रेनपैड ने ‘जिनि ’ नाम का एक आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस मैडीकल उत्पाद तैयार किया है जो ओपीडी और मरीजों के लिए अस्पताल में बनाऐ प्रतिक्षालय क्षेत्रों में मुकम्मल इंटरव्यू के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। जिनि मरीजों को सही सुझाव और सलाह प्रदान करता है, जिससे डाक्टरों और मरीजों दोनों का समय बचेगा।