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सॉफ्टवेयर नीति का उद्भव

1984 की पहली कंप्यूटर नीति और 1986 की सॉफ्टवेयर नीति ने डेटा संचार लिंक के माध्यम से सॉफ्टवेयर विकास और निर्यात की अवधारणा पर जोर दिया। इस नीति का उद्देश्य परिष्कृत कंप्यूटरों पर भारतीय विशेषज्ञता का उपयोग करके भारत में सॉफ्टवेयर विकसित करना था, जो कि शुल्क मुक्त पर आयातित थे। इस तरह, कोई भी भारत में उपलब्ध कम लागत वाली विशेषज्ञता का उपयोग कर सकता है और विदेश यात्रा में समय और लागत के खर्च से बच सकता है।

चंडीगढ़ ने स्टार्टअप को बढने का अवसर दिया-एसटीपीआई

Date: March 20, 2021

चंडीगढ़ ने स्टार्टअप को बढने का अवसर दिया-एसटीपीआई

तीन दिनों की उद्यमियों की कांफ्रेंस टाईकाॅन 2021 में दूसरे दिन पहले सत्र में एसटीपीआई अवॉर्ड दिए गए। नए स्टार्टअप्स को एसटीपीआई के महा निदेशक डॉ. ओंकार राय ने सम्मानित किया। मौके पर डायरेक्टर, एसटीपीआई नोएडा रजनीश अग्रवाल, डायरेक्टर व सेंटर हेड एसटीपीआई मोहाली अजय श्रीवास्तव भी उपस्थित थे। डॉ. ओंकार राय ने अपने भाषण में चंडीगढ़ में स्टार्टअप के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए एसटीपीआई व टाई चंडीगढ़ के प्रयासों को सफल करार दिया।

एक सत्र में लीवरेजिंग टाई नेटवर्क फॉर फंडरेजिंग विषय पर टाई एंजेल्स इंडिया के चेयर महावीर प्रताप शर्मा ने एक्सेस इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर जेबी सिंह के साथ विचार-विमर्श किया। इसके साथ एक्सेंचर जापान के एमडी ईश्विंदर रात्रा ने आईडीएस इंफोटेक लिमिटेड के एमडी व सीईओ प्रताप के अग्रवाल के साथ इन्वेंट द फ्यूचर विषय पर विचार-विमर्श किया।

पंजाब सरकार के इन्वेस्टमेंट, प्रमोशन इंडस्ट्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी आलोक शेखर, आईएएस ने पंजाब इस द नेक्स्ट ग्लोबल डेस्टिनेशन विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने पंजाब सरकार द्वारा स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों का जिक्र भी लिया।

पंजाब सरकार ने 100 करोड़ रुपए का पंजाब स्टार्टअप फंड भी आई.के. गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी के साथ स्थापित किया है। स्टार्ट अप पंजाब के साथ हर साल पहले 100 रजिस्टर किए गए स्टार्ट अप को स्टेट कंपोनेंट फंड के जरिए समायोजित किया जाएगा।

पैनल डिस्कशन में चितकारा यूनिवर्सिटी की प्रो. चांसलर डॉ. मधु चितकारा, एसटीपीआई नोएडा के डायरेक्टर रजनीश अग्रवाल व एमएसएमई इनोवेशन प्रोजेक्ट गीज इंडिया के डायरेक्टर चमनलाल ढांडा आदि ने हिस्सा लिया। इसके बाद इंडिया एटसी ऑनलाइन रिटेल आन के मैनेजिंग डायरेक्टर हिंमाशु बर्धन ने विचार व्यक्त किए।

यूनिवर्सिटी ऑफ मिशीगन के रोज स्कूल ऑफ बिजनेस के बिजनेस ऑफ द स्ट्रेटेजिक ह्यूमन रिसोर्स प्लानिंग प्रोग्राम के क्लीनिकल प्रोफेसर डाॅक्टर वयाने ब्रुकबैंक ने एजीलिटी थ्रू इनफार्मेशन एडवांटेज पर विचार व्यक्त किए।

ग्रोसरी, स्टेशनरी, मेडिसन आदि को लोगों तक पहुंचाकर अपने व्यवसाय को बढ़ाया...एक अन्य सेशन में विवेक सुंदर, सीओओ स्विगी ने बताया कि किस तरह से स्विगी ने पूरे देश में लगातार नए शहरों में अपनी उपस्थिति को बढ़ाया है और किस तरह से उसने कोविड-19 की चुनौतियों का सामना किया है।

ऐसे समय में जब कि कई रेस्तरां बंद हो गए थे तब स्विगी ने ग्रोसरी, स्टेशनरी, मेडिसन आदि को लोगों तक पहुंचाकर अपने व्यवसाय को बढ़ाया। इस भाषण की मुख्य बात यह रही है कि अपने कर्मचारियों पर फोकस करो और उपभोक्ताओं पर केंद्रित रहो।

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